Skip to main content

Full text of "गुलाम से सैनिक तक - सचित्र - हिंदी"

See other formats


गलाम से सैनिक तक 


गृह- युद्ध के दौरान 
सच्ची कहानी पर आधारित 


डेबोराह 


" अगर मैं तुम्हें जैसा युवा होता तो मैं यूनियन सेना में भर्ती हो जाता ! " 


जॉनी अपने चाचा सिलास और अपने मालिक के खच्चर , नेल से प्यार 
करता है. लेकिन वो एक गुलाम है जिससे उसे घृणा है. इसलिए जब 
सैनिकों का एक जत्था उनके खेत में से होकर गुज़रता है और जॉनी से 
पूछता है कि क्या वह यूनियन सेना में शामिल होगा, तो जॉनी उनका 
प्रस्ताव तुरंत स्वीकार कर लेता है, भले ही इसका मतलब अंकल सिलास 
और नेल को छोड़ना हो . 
एक सैनिक बनना कोई आसान काम नहीं है. जॉनी, डेव नाम के एक 
सैनिक के साथ काम करता है. उसे कंपनी की खच्चर टीम के साथ काम 
करने का भी मौका मिलता है, लेकिन वो अभी भी यह तय नहीं कर पाया है 
कि क्या उसने सही विकल्प चुना . 
फिर एक रात सेना की एक टुकड़ी गश्त लगाने के लिए नदी के पार पहरा 
देने के लिए निकलती है. उनके लिए भोजन ले जाने वाला कोई भी नहीं है . 
क्या जॉनी खुद पूरी खच्चर टीम को संभाल सकेगा? 
यह कहानी जॉन मैकलाइन के जीवन से प्रेरित है. एक युवा लड़के के रूप में 
वो यूनियन सेना में भर्तीहोकर दासता से बच गए थे. 


NEW YORK 


MICHIGAN 


PENNSYLVANIA 


MD . 


OHIO 


INDIANA 


Washington 

D . C. 


ILLINOIS 


WEST 
VIRGINIA 
( aller 1853) 


Richmond 


VIRGINIA 


KENTUCKY 


NORTH 
CAROLINA 


Nashville 

• Clover Bottoms 
TENNESSEE 

Plantation 


SOUTH 
CAROLINA 


GEORGIA 


जॉनी और नेल 


MISSISSIPPI 


ALABAMA 


FLORIDA 


मुक्त राज्य 
गुलाम राज्य 


जॉनी एक छोटा लड़का था , लेकिन प्रत्येक सुबह वह 
नेल की पीठ पर चढ़कर चालीस गायों को उनके दूध 
देने वाले बाड़े में लेकर जाता था . 


राजधानियां 


बाद में जॉनी मक्खन मथने में मदद करता , 
झरने से पानी की बाल्टी भर कर लाता, और 
फिर खेतों में काम करते लोगों के लिए दोपहर 

का भोजन नेल पर लादकर लेकर जाता था . वो 
दिन भर कड़ी मेहनत करता था, लेकिन कोई भी 
उसका एहसान नहीं मानता था . 

और जब एक दिन गाय, जंगल में कहीं भटक 
गई, तो मालकिन ने जॉनी की ज़ोर से पिटाई 


की . 


चाचा सिलास भी आजादी के लिए तरस रहे थे. 
" दक्षिणी राज्यों के लोग हमें गुलाम बनाए रखना चाहते 
हैं , लेकिन ऐब लिंकन हमें आज़ाद करना चाहते हैं ," 
अंकल सिलास ने जॉनी को बताया. 
" युद्ध होगा तो क्या आप लड़ेंगे?" जॉनी ने पूछा. 
चाचा सिलास ने धीरे से कहा, " जॉनी , मैं एक सैनिक होने 
के लिए अब बहुत बूढ़ा हूं. लेकिन अगर मैं तुम्हारी तरह 
युवा होता, तो मैं शायद यूनियन सेना में भर्ती हो जाता ! " 


जॉनी ने नेल की गर्दन पर अपना सिर रखा और 
वो रोने लगा. " देखो नेल, जब मैं अपनी पूरी 
कोशिश करता हूं, तो भी वो लोग मेरी कोई 
परवाह नहीं करते हैं ," वह फुसफुसाया. " अब 
क्योंकि मेनिया चली गई है, इसलिए अब तुम 

और अंकल सिलास ही मेरे अपने हैं . मैं तुम्हें 
बहुत प्यार करता हूं. लेकिन मुझे यकीनन 
गुलामी से नफरत है." 


सैनिक ! 


एक ठंडे दिन जॉनी और नेल सड़क के पास एक 
चरागाह में गायों को लेकर जा रहे थे. अचानक नेल 
ने ज़ोर की एक आवाज़ की . 
जॉनी ने सड़क पर सैनिकों को अपनी ओर आते हुए 
होते देखा. " ज़रा उनकी नीली वर्दी तो देखो," वह नेल 
के कान में फुसफुसाया. " वे उत्तर से आये यूनियन 
सैनिक हैं . " 


एक ऊंचे कद का सिपाही अपनी कतार 
छोड़कर जॉनी के पास आया. 
" हेलो, मेरा नाम बेन है. क्या यह बढ़िया काला 
खच्चर , तुम्हारा अपना है? " 
" नहीं सर," जॉनी ने कहा. " वो डॉ. हॉगट का है. 
यह उनका खेत है. मैं यहाँ पर एक गुलाम हूँ." 


" अच्छा तो ऐसा है ?" बेन ने नेल की कोमल नाक 
को सहलाते हुए कहा. "ठीक है, चूंकि यह तुम्हारा 
खेत नहीं है और न ही यह खच्चर तुम्हारा है, फिर 
तुम हमारे साथ क्यों नहीं चलते? तुम जैसे 
मजबूत लड़के की हमें बहुत ज़रुरत है. तुम 
यूनियन सेना में शामिल हो सकते हो और फिर 
आज़ाद हो सकते हो ." 
यूनियन सेना उसे चाहती थी ! जॉनी को अपने 
कानों पर यकीन नहीं हुआ. उसने सैनिक के 
दयालु चेहरे की ओर देखा. " पर अगर मैं आपके 
साथ चलता हूं, तो मैं भगोड़ा घोषित हो जाऊंगा." 
बेन ने उसका कंधा थपथपाया . " तुम इसकी चिंता 
मत करो, हम तुम्हारा पूरा ख्याल रखेंगे. " 


जॉनी गुलाम नहीं बने रहना चाहता था . लेकिन 
वो भला अंकल सिलास और नेल को कैसे छोड़ 
सकता था ? फिर उसे याद आया कि अंकल 
सिलास ने क्या कहा था. जॉनी ने अपना मन 
बना लिया. " अगर मैं यूनियन सेना में शामिल 
होता हूं, तो शायद मैं अंकल सिलास को भी 
मुक्त होने में मदद कर सकूँ ." 


जॉनी ने अपनी बाहें नेल के गले में डाल दी . नेल ने 
अपने बड़े सिर से उसके हाथों को रगड़ा . 
" तुम अब अकेले ही घर जाओ," जॉनी ने नेल से 
कहा. " लेकिन दोस्त , मैं तुम्हें कभी नहीं भूलूंगा. " 
फिर जॉनी अपने नए दोस्त के साथ- साथ आगे 
चलने लगा. बेन मुस्कुराया . 
" देखो, यह है जॉनी," बेन ने दूसरों को बताया. " वो 
एक सैनिक बनना चाहता है. " 


लंबी मार्च 


पहले तो जॉनी ने फौजियों के साथ चलते हुए खुद 
को उत्साहित महसूस किया. लेकिन सैनिक इतनी 
तेजी से आगे बढ़ रहे थे, और वो उनके साथ कदम 
नहीं मिला पाया. उसके पैर दुखने लगे. वो छोटा 
और शर्मीला था . 


खाने के समय डेव ने जॉनी को एक टिन की प्लेट 
और एक कप दिया. जॉनी ने शोरबा पिया और 
" हाईटैक " नाम का एक बिस्किट खाया. उसे हर 
चीज़ का स्वाद अजीब और नया लग रहा था . 


उसे अंकल सिलास और नेल की भी बहत याद आ रही थी . 
क्या मैं सच में सेना का सदस्य हूँ? उसने आश्चर्यकिया. . 
मगर अब बहुत देर हो चुकी थी . अब वो पीछे मुड़कर वापिस 
नहीं जा सकता था . 
जब सैनिक रुके , तो हर कोई तम्बू लगाने में , शिविर बनाने में 
व्यस्त हो गया. जॉनी अकेला खड़ा रहा . उसे समझ में नहीं 
आया कि वो क्या करे . 
बेन ने उसका हाथ पकड़ा. " आओ चले डेव से मिलें . वो सप्लाई 
वैगन चलाता है. खच्चरों को खिलाने में तुम उसकी मदद कर 
सकते हो ." 


खाना खाने के बाद सैनिकों ने आग के 
आसपास बैठकर एक- दूसरे को कहानियां 
सुनाईं. 
" आओ मेरे पास आकर बैठो, जॉनी," डेव ने 
कहा . सोते समय डेव ने एक कंबल फैलाया . 
" गर्म रहने के लिए इसे ओढ़ लो," उसने कहा. 
जॉनी ने ठंडी, कठोर जमीन पर सोने की 
कोशिश की . उसके पैर दुख रहे थे. उसके दिल 
में भी खटास थी . क्या मैंने ठीक किया? जॉनी 
ने आश्चर्य से पूछा. 


तम्बू में प्रवेश करते समय डेव ने सलामी दी . " कप्तान , 
यह जॉनी है." डेव ने जॉनी के कंधे को थपथपाते हुए कहा. 
" यह वो लड़का है जो हमें सड़क पर मिला था . " 
कप्तान ने कहा, " अच्छा तो तुम एक सैनिक बनना 
चाहते हो . पर तुम्हारी उम्र कुछ कम लगती है, क्यों ठीक 
है न ? " 
जॉनी डरा हुआ था लेकिन उसने अपना सिर उठाकर कहा. 
"मैं छोटा हूं , लेकिन मैं बहुत मजबूत हूं . मैं एक खच्चर की 
देखभाल कर सकता हूं." 
" यह बहुत अच्छी बात है," कप्तान ने मुस्कराते हुए कहा . 


यूनियन सेना में 


डेव ने जॉनी को हल्के से हिला कर जगाया. 
"मैं आज सुबह तुम्हें कप्तान से मिलवाने के 
लिए ले चलूँगा," डेव ने कहा. " वो कंपनी - सी 
के इंचार्ज हैं ." 


" मैं सप्लाई वैगन में मदद के लिए इसका उपयोग कर 
सकता हूं," डेव ने कहा. 
कप्तान ने सिर हिलाया. " क्या तुम वो करना चाहोगे, 
जॉनी ? " 
जॉनी ने डेव की तरह ही सलाम करने की कोशिश की . 
" ज़रूर, सर !" 
डेव और कप्तान मुस्कुराए. 


डेव को अपने खच्चरों पर गर्व था. "हमारी टीम सबसे 
अच्छी है," उसने जॉनी को बताया. "यह जिमी और 
जेनी दो प्रमुख खच्चर हैं. पीट और रोडा बीच में खींचते 
हैं , और किट्टी और टफ , दोनों वैगन पहियों के सबसे 
करीब रहते हैं. " 
जॉनी ने किट्टी की गर्दन को सहलाया . वह बिलकुल नेल 
की तरह लग रही थी. डेव ने उसे चेतावनी दी , " छह 
खच्चरों की टीम को चलाना आसान नहीं है. " 
जॉनी मुस्कुराया और फिर उसने किट्टी को थपथपाया. 
" मैं अपनी पूरी कोशिश करूंगा. " 


एक रात डेव दूसरों को रात के खाने में शामिल नहीं 
हआ. कप्तान ने पूछा, " डेव कहाँ है ? " 
" उसके पेट में दर्द है," जॉनी ने कहा. 
कप्तान ने गुस्से में पूछा. " तुम्हारी वैगन में क्या है , 
जॉनी ? " 
" बेकन , कॉफ़ी , और हाईटैक ," जॉनी ने उन्हें 
बताया . 
कप्तान चिंतित दिखे. उन्होंने कहा, "हमारे कुछ 
सैनिक सड़क पर नजर रखने के लिए आगे गए हैं . 
उन्होंने सुबह से खाना नहीं खाया है," उन्होंने कहा . 


जॉनी पर भरोसा ! 


हर दिन जॉनी ने खच्चरों की टीम को चलाने में 
कड़ी मेहनत की . " तुम खच्चरों के साथ अच्छा 
बर्ताव करते हो," डेव ने उससे कहा . 
" क्या मैं सब खच्चरों को अकेले चला सकता हं ? " 
जॉनी ने उत्सुकता से पूछा. 
" वाह , इतनी जल्दी नहीं." डेव ने कहा. "तुम अभी 
उसके लिए तैयार नहीं हो. " 


" कृपा मुझे उन तक वैगन ड्राइव करने की इज़ाज़त दें ," 
जॉनी ने विनती की . 
" क्या तुम अकेले खच्चरों को संभाल सकोगे, जॉनी ? " 
कप्तान ने पूछा. 
जॉनी ने थूक निगल कर जवाब दिया , " आप मुझ पर 
विश्वास करें. " 
अंधेरे में खच्चरों को चलाना कठिन था , लेकिन जॉनी 
ने ऐसा किया. उन्होंने किट्टी को दो बार सहलाया . " बेन 

और अन्य सैनिक भूखेहैं ," उसने उनसे कहा. भोजन 
पहुँचाने में हम उनकी मदद कर सकते है. आओ 
साबित करें कि हम यह कर सकते हैं .” 


जॉनी, वैगन को अंधेरी सड़क पर चलाने लगा. 
कभी- कभी, चंद्रमा बादलों के पीछे से बाहर झांकता था . 
जॉनी ठंडी हवा में कांप रहा था. अचानक उसे पानी 
बहने की आवाज़ सुनाई दी. उसे आगे एक पुल दिखाई 
दिया . अरे नहीं! नदी ! 


पुल पर 


पानी की गर्जना जॉनी के कानों तक पहुंची. जॉनी पुल 
पार करने से डर रहा था. लेकिन वो भला और क्या कर 
सकता था ? बेन और अन्य सैनिकों को उसकी ज़रुरत 
थी ! " चलो चलते हैं , साथियों!" उसने अपने खच्चरों से 


कहा. 


धीरे - धीरे खच्चरों ने लकड़ी के तख्तों पर अपने 
भारी पैर उठाए. जॉनी ने नीचे देखने की कोशिश 
नहीं की . उस गहरे , ठंडे पानी के बारे में सोचते ही 
वो कांपने लगता था . 
बूम ! एक तोप ने छूटने की आवाज़ आई. खच्चर 
सहमे और उन्होंने अपने सिर को हिलाया. उनकी 
आँखें भय से चौड़ी हो गईं. 


जॉनी ने अपनी खच्चरों की टीम को शांत करने की 
कोशिश की. " अब स्थिर हो जाओ." अचानक उसे 
एक भयानक झटका लगा. क्रैक! " वो क्या था ? " 
जॉनी चिल्लाया. 
उसने वैगन को झटका लगते हुए महसूस किया . 
एक पहिये से पुल का एक तख्ता टूट गया था ! 


जॉनी ने नीचे देखा. यदि वैगन थोड़ी और फिसली, 
तो वे सभी बहती हई नदी में गिर जाएंगे . उसने 
किट्टी की बागडोर को कसा और उसकी पीठ पर 
चाबुक से मारा. " आगे बढ़ो किट्टी! " 
जॉनी ने किट्टी को खींचते हुए महसूस किया , 
लेकिन भारी वैगन बिल्कुल नहीं हिली. जॉनी नीचे 
झुका और चिल्लाया, " चलो ! तुम कर सकते हो." 


धीरे - धीरे जॉनी ने वैगन को ऊपर उठते हुए महसूस 
किया.फंसा पहिया अब मुक्त हो गया था . अब वे 
पुल से सुरक्षा की ओर आगे बढ़े. 
किट्टी के पक्ष अभी भी हिल रहे थे. जॉनी के हाथ भी 
कांप रहे थे. चांदनी में आगे उसने सैनिकों को देखा. 
अचानक उसने किसी को पुकारते हुए सुना, "देखो, 
दोस्तों! यह तो अपना जॉनी है. " 


बेन जल्दी से बग्घी पर चढ़ा और उसने जॉनी को 
नीचेउतारा. " आप ठीक तो हैं , बेन ? " जॉनी ने पूछा. 
" तुम्हारा बहुत धन्यवाद . तुम्हारी वजह से ही हम 
यहाँ हैं," बेन ने मुस्कराहट के साथ कहा . 
" जॉनी के लिए हुई !" बाकी सैनिक उत्साहित होकर 
चिल्लाए. 


डेव ने जॉनी को अपने गले लगाया. "बिल्कुल 
ठीक , साहब. मुझे नहीं लगता था कि जॉनी की उस 
काम के लिए तैयारी थी . लेकिन उसने अपनी 
काबलियत साबित कर दी. वो किसी भी अन्य 
सैनिक जितना ही अच्छा है." 
कप्तान ने सिर हिलाया . " केवल एक ही समस्या 
है. " 
" क्या मैंने कुछ गलत किया, सर ?" जॉनी ने 
चिंतित होकर पूछा. 


सबसे छोटा खच्चर चालक 


अगली सुबह डेव को बेहतर लगा. जॉनी और डेव 
अपनी वैगन ठीक कर रहे थे जब कप्तान उनसे 
मिलने आया. " क्या यह यूनियन सेना के सर्वश्रेष्ठ 
खच्चर ड्राइवरों की वैगन है?" उन्होंने पूछा . 


" नहीं कोई समस्या नहीं है. बात यह है कि तुम एक 
सैनिक जैसे दिखते नहीं हो," कप्तान ने कहा . 
जॉनी ने अपने फटे कपड़ों पर नज़र डाली. " पर मेरे 
पास बस यही कपड़े हैं ," उसने कहा. 
कप्तान ने आँख मारी और जॉनी को एक बंडल 
दिया. जॉनी ने उसे खोला. "एक वर्दी! ओह , 
धन्यवाद. " 
कप्तान ने जॉनी से हाथ मिलाया. "धन्यवाद , 
जॉनी . हमें कंपनी- सी में तुम जैसे बहादुर लड़के पर 
नाज़ है. " 
जॉनी ने मुस्कराते हुए कहा. " मुझे यहाँ होने पर 
गर्व है, सर." जॉनी ने अपना नया कोट और टोपी 
पहनी और सलामी दी . डेव और कप्तान ने सलामी 
का उत्तर दिया . 


जॉनी, किट्टी को अपनी नई वर्दीदिखाने के 
लिए दौड़ा हुआ गया. "देखो! अब मैं वाकई में 
एक सैनिक हँ . काश, अंकल सिलास और नेल 
मुझे देख पाते." किट्टी ने अपने बड़े सिर से 
जॉनी ने हाथ को रगड़ा, ठीक उसी तरह जैसे 
नेल करती थी . 


" मैं तुमसे प्यार करता हूँ , किट्टी," जॉनी कहकर 
हँसा. " और अपने नए दोस्तों से भी. लेकिन 
मुझे सबसे ज्यादा खुशी आजाद होने की है." 


नाMaana 


लेखक का नोट 


गृहयुद्ध के दौरान, अफ्रीकी- अमेरिकियों ने सेना में 
स्वीकार किए जाने के लिए बहुत संघर्षकिया. " गुलाम 
से सैनिक तक " एक काल्पनिक कहानी है, लेकिन वो 
जॉन मैक्लाइन नामक एक लड़के की सच्ची कहानी पर 
आधारित है, जो ग्यारह साल की उम्र तक टेनेसी के एक 
बागान पर गुलाम था . 1862 में एक दिन वो वहां से भाग 
गया और तेरहवीं मिशिगन इन्फैंट्री रेजिमेंट में यूनियन 
सैनिकों के एक समूह में शामिल हो गया . युवा जॉन , गृह 
युद्ध के अंत तक यूनियन सेना में एक खच्चर- दल 
चालक का सहायक बना रहा . 
युद्ध के बाद जॉन स्कूल गया और उसने होटलों में काम 
किया . 1892 में वह हर्बर्ट हेगरमैन के परिवार के लिए 
काम करने सांता-फ़े , न्यू मैक्सिको चला गया. 1930 के 
आसपास मैक्लाइन ने अपने शुरुआती वर्षों के अपने 
संस्मरणों को हेगरमैन को दिखाया. उन्होंने उसे टाइप 
किया और उसका परिचय लिखा. 


यद्यपि वो मैक्लाइन के जीवन के दौरान एक पुस्तक 
नहीं बन पाई , लेकिन टाइप की गई प्रतिलिपि उसके 
परिवार ने रखी और 1998 में टेनेसी विश्वविद्यालय 
ने उसे प्रकाशित किया. मैक्लाइन ने छियासी वर्ष की 
उम्र में शादी की और 1948 में जब उनकी मृत्यु हुई तब 
वे लगभग पिच्यानवे साल के थे. 
यह कहानी युद्ध के मैदान में सप्लाई ले जाते समय 
वैगन ड्राइविंग की उनकी याद पर आधारित है. अपने 
युद्ध के अनुभवों के वर्षों के बाद, मैक्लाइन को अपने 
सभी खच्चरों के नाम याद थे, और उन्हें इस कहानी में 
नहीं बदला गया है. यूनियन सेना में कई अश्वेतों के 
साथ इतना अच्छा व्यवहार नहीं किया गया जितना 
युवा मैक्लाइन के साथ किया गया. लेकिन जॉन 
मैक्लाइन की अविश्वसनीय स्मृति हमें उस समय के 
हालातों को बेहतर समझने में मदद करती है कि कोई 
लड़का " गुलाम से सैनिक " कैसे बना . मुझे उम्मीद है 
कि किसी दिन आप उनकी किताब को ज़रूर पढ़ेंगे. 


समाप्त